
बुरहानपुर :- धार्मिक आस्था और उल्लास के पर्व गोवर्धन पूजा के दिन, मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिले में पशु क्रूरता का एक शर्मनाक और खुला उल्लंघन देखने को मिला प्रतिबंध के बावजूद, जिले के शाहपुर नगर पंचायत में दीपावली के दूसरे दिन बुधवार को 'पड़वे' पर एक मेले के नाम पर करीब 100 से अधिक पाड़ों की भीषण टक्कर का आयोजन किया गया। यह सिर्फ एक टक्कर नहीं, बल्कि पुलिस और प्रशासन की प्रत्यक्ष उपस्थिति में, पशुओं को नशीले पदार्थ खिलाकर आपस में लड़ाने का एक क्रूर खेल था, जिसे देखने के लिए हर साल की तरह इस साल भी मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र से हजारों लोग उमड़े पिछले वर्षों में कार्रवाई के बावजूद, इस साल भी यह कार्यक्रम बेरोकटोक जारी रहा।
जनप्रतिनिधियों की सहभागिता इस आयोजन में स्थानीय जनप्रतिनिधि व नेता कई जन प्रतिनिधि की उपस्थिति ने भी सवाल खड़े कर दिए हैं। जानकारी के अनुसार, जिले के कई स्थानीय नेता और जनप्रतिनिधि इस 'परंपरागत' मुकाबले में न केवल शामिल हुए, बल्कि कुछ तो आयोजकों और पाड़ा मालिकों को प्रोत्साहित करते भी दिखे। मुकाबले में विजेता पाड़े के मालिक को एलईडी टीवी से लेकर कूलर जैसे कई अलग-अलग महंगे इनाम दिए गए, जिसने इस हिंसक खेल को एक बड़ा मंच प्रदान किया।
प्रशासन की मौजूदगी में क्रूरता का आयोजन
यह पूरा आयोजन तब और भी गंभीर हो जाता है जब यह तथ्य सामने आता है कि पशु क्रूरता निवारण अधिनियम का यह खुला उल्लंघन पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में किया गया। जहाँ प्रशासन को इस अवैध और अमानवीय परंपरा को सख्ती से रोकना चाहिए था, वहीं स्थानीय सूत्रों के अनुसार, वे इसे रोकने के बजाय "सफल आयोजन" सुनिश्चित करने के लिए व्यवस्थाओं में जुटे रहे।