Raisen (मध्यप्रदेश)। जिले की सिलवानी तहसील के बमहोरी-देवनगर मार्ग पर देर रात एक बड़ा हादसा टल गया। गैस सिलेंडरों से भरा हुआ एक ट्रक अचानक इक्यावन नदी में पलट गया। गनीमत रही कि इस घटना में किसी की जान नहीं गई, वरना हादसा बेहद गंभीर हो सकता था।
ट्रक में भरे गैस सिलेंडरों के कारण घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल रहा। ग्रामीण रातभर घटनास्थल पर मौजूद रहे और सुरक्षा को लेकर चिंता जताते रहे।
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कैसे हुआ हादसा?
स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार, ट्रक ड्राइवर देर रात गैस सिलेंडर लेकर जा रहा था। जब वह बमहोरी के पास इक्यावन नदी की पुलिया पर पहुंचा तो उस समय पुलिया पर करीब दो फीट पानी बह रहा था।
खतरे को नजरअंदाज करते हुए ड्राइवर ने पुलिया पार करने की कोशिश की। पानी का तेज बहाव ट्रक को बहाकर नदी में ले गया और ट्रक अचानक पलट गया।
इस दौरान ड्राइवर और क्लीनर ने किसी तरह समय रहते ट्रक से छलांग लगाई और अपनी जान बचाई।
बड़ी लापरवाही का नतीजा
ग्रामीणों का कहना है कि ट्रक ड्राइवर ने लापरवाही करते हुए पुलिया पर पानी होने के बावजूद उसे पार करने का प्रयास किया। गैस सिलेंडर जैसे खतरनाक सामान से भरे ट्रक को लेकर इतनी बड़ी लापरवाही करना न सिर्फ उसकी बल्कि पूरे गांव की जान के लिए भी खतरा बन सकता था।
अगर सिलेंडरों में विस्फोट हो जाता तो आस-पास के गांवों तक में नुकसान हो सकता था।
ग्रामीणों में दहशत और गुस्सा
हादसे के बाद आसपास के गांवों के लोग मौके पर पहुंच गए। उन्होंने बताया कि ट्रक के नदी में पलटने से जोरदार आवाज हुई और सभी लोग डर के मारे बाहर आ गए।
कई ग्रामीणों ने कहा कि ड्राइवर को ऐसी स्थिति में पुलिया पार करने से पहले रुकना चाहिए था। यह साफ तौर पर लापरवाही का मामला है।
गनीमत रही, बड़ी त्रासदी टली
हादसे के दौरान ट्रक नदी में पलटते ही उसमें बैठे ड्राइवर और क्लीनर ने तुरंत कूदकर अपनी जान बचा ली। हालांकि दोनों को हल्की चोटें आईं लेकिन वे सुरक्षित बाहर निकल आए।
गांववालों का कहना है कि अगर ड्राइवर और क्लीनर समय पर नहीं कूदते तो दोनों की जान भी जा सकती थी।
प्रशासन और पुलिस की प्रतिक्रिया
घटना की जानकारी मिलने के बाद Raisen पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। देर रात तक गैस सिलेंडरों को नदी से निकालने का काम चलता रहा।
पुलिस ने बताया कि ट्रक पूरी तरह नदी में पलट गया था, लेकिन किसी तरह की आग या विस्फोट की घटना नहीं हुई।
बार-बार हादसों की चेतावनी
स्थानीय लोग लगातार प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि बरसात के दिनों में नदियों और पुलियों पर सुरक्षा इंतजाम बढ़ाए जाएं। कई बार ट्रक और छोटे वाहन तेज बहाव में फंस जाते हैं, जिससे बड़े हादसे हो सकते हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि रात में रोशनी की व्यवस्था और चेतावनी बोर्ड भी नहीं लगे होते। इससे चालक अक्सर खतरे को नजरअंदाज कर देते हैं।
हादसे से सबक लेने की जरूरत
Raisen की यह घटना फिर से बताती है कि बरसात के मौसम में पुलिया और नदी पार करने में थोड़ी सी लापरवाही भी बड़ी त्रासदी बन सकती है। गैस सिलेंडरों से भरा ट्रक नदी में पलटने के बाद गांव वाले घंटों तक डरे-सहमे रहे।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी स्थिति में ट्रक ड्राइवर को पानी घटने का इंतजार करना चाहिए या फिर वैकल्पिक मार्ग अपनाना चाहिए।
निष्कर्ष
Raisen जिले के सिलवानी तहसील में गैस सिलेंडर से भरे ट्रक के नदी में पलटने की घटना बड़ी त्रासदी में बदल सकती थी। हालांकि ड्राइवर और क्लीनर ने कूदकर अपनी जान बचा ली, लेकिन यह हादसा ड्राइवर की लापरवाही का नतीजा माना जा रहा है।
गांववालों और प्रशासन दोनों के लिए यह घटना चेतावनी है कि ऐसे मामलों में सुरक्षा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
बरसात के मौसम में पुलिया और नदी पार करते समय एहतियात बरतना बेहद जरूरी है। वरना इस तरह के हादसे किसी भी समय बड़ी तबाही ला सकते हैं।