रायसेन (मध्य प्रदेश)– जननी एक्सप्रेस 108 एंबुलेंस सेवा का उद्देश्य जहां गर्भवती महिलाओं को समय पर मदद पहुंचाना है, वहीं रायसेन जिले के दीवानगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में रविवार को इस सेवा की बड़ी लापरवाही सामने आई। एक नवजात शिशु की मां को अस्पताल से घर ले जाने के लिए घंटों तक एंबुलेंस का इंतजार करना पड़ा। इस दौरान महिला अपने परिजनों के साथ अस्पताल परिसर में बैठी रही, लेकिन 108 एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंची।
सुबह से कॉल करते रहे, जवाब मिला – “बस आ रही है”
ग्राम शक्ति (अंबाड़ी पंचायत) निवासी रचना बाई, जो एक दिन पहले ही माँ बनी थीं, रविवार सुबह 10 बजे अस्पताल से डिस्चार्ज हो गई थीं। उन्हें घर ले जाने के लिए परिजन सुबह से ही 108 जननी एक्सप्रेस एंबुलेंस को कॉल कर रहे थे। मगर हर बार यही जवाब मिलता रहा – “बस पहुंच रही है।”
दोपहर 1 बजे तक कोई भी एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुँची। इस बीच महिला और उसके परिजन परेशान होते रहे। नवजात शिशु के साथ खुले में अस्पताल परिसर में बैठी रचना बाई की हालत देख कर आसपास मौजूद लोगों में भी नाराज़गी थी।
मीडिया ने दिखाई सक्रियता, तब जाकर पहुंची एंबुलेंस
जब घंटों तक कोई एंबुलेंस नहीं आई, तो स्थानीय मीडिया ने सीबीएमओ डॉक्टर रवि राठौर से संपर्क किया और उन्हें मामले की जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने तुरंत सांची से एक 108 एंबुलेंस रवाना करवाई, जो लगभग 1:30 बजे दीवानगंज अस्पताल पहुँची।
तब जाकर रचना बाई को घर ले जाया जा सका।
डॉक्टर बोले – एंबुलेंस हमारे नियंत्रण में नहीं
इस पूरे मामले पर डॉक्टर रवि राठौर ने कहा कि 108 जननी एक्सप्रेस सेवा स्वास्थ्य विभाग के सीधे नियंत्रण में नहीं है। इसे एक निजी एजेंसी द्वारा संचालित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कई बार एजेंसी के जिला कोऑर्डिनेटर को लापरवाही पर नोटिस भी दिए जा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई सुधार नहीं हुआ है।
40 गांव की महिलाएं हो रही हैं परेशान
स्थानीय लोगों के अनुसार, पहले दीवानगंज अस्पताल में दो जननी एक्सप्रेस और एक 108 एंबुलेंस हमेशा मौजूद रहती थीं, जिससे आसपास के गांवों को सुविधा मिलती थी। लेकिन अब ये गाड़ियाँ अन्य स्थानों पर भेज दी गई हैं।
इस वजह से दीवानगंज सहित आसपास के करीब 40 गांवों की गर्भवती महिलाओं और मरीजों को समय पर एंबुलेंस नहीं मिल पा रही है। कई बार मरीजों को प्राइवेट साधनों से ले जाना पड़ता है, जो गरीब परिवारों के लिए मुमकिन नहीं होता।
लोगों की मांग – दीवानगंज में फिर से एंबुलेंस तैनात हो
- दीवानगंज अस्पताल में स्थायी रूप से एंबुलेंस तैनात की जाए
- जननी एक्सप्रेस सेवा में सुधार लाया जाए
- जिम्मेदार एजेंसी पर कार्रवाई की जाए
- गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को प्राथमिकता दी जाए
अगर सुधार नहीं हुआ, तो किसी दिन हो सकता है बड़ा हादसा
स्थानीय निवासियों का कहना है कि अगर समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंची और मरीज की हालत गंभीर हुई तो किसी की जान भी जा सकती है। उन्होंने जिला प्रशासन से अपील की है कि जननी एक्सप्रेस सेवा को मजबूत किया जाए और लापरवाह अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।